करेंट अफेयर्स 16 अप्रैल 2022
करेंट अफेयर्स 16 अप्रैल 2022
1. हिमाचल प्रदेश स्थापना दिवस
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के लोगों को 75वें स्थापना दिवस की बधाई दी है। हिमाचल प्रदेश के निर्माण की याद में यह दिवस में मनाया जाता है।
- नरेन्द्र मोदी कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि 75वां स्थापना दिवस देश की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में संपन्न हो रहा है।
- उन्होंने आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान राज्य के प्रत्येक निवासी तक विकास का अमृत पहुंचाने का संकल्प दोहराया।
हिमाचल के बारे में :-
- स्वतंत्रता के पश्चात क्षेत्र की 30 पहाड़ी रियासतों को एकजुट करके 15 अप्रैल 1948 को हिमाचल प्रदेश की स्थापना की गईI
- 1 नवम्बर 1966 को पंजाब के अस्तित्व में आने पर कुछ अन्य सम्बंधित क्षेत्रों को हिमाचल में मिला लिया गयाI
- 25 जनवरी 1971 को हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हो गयाI
- हिमाचल उत्तर में जम्मू-कश्मीर से, दक्षिण-पश्चिम में पंजाब से, दक्षिण में हरियाणा से, दक्षिण-पूर्व में उत्तराखंड से तथा पूर्व में तिब्बत(चीन) की सीमाओं से घिरा हैI
- गौरतलब है कि 1948 में 15 अप्रैल के ही के दिन हिमाचल प्रदेश को मुख्य आयुक्त प्रांत के रूप में बनाया गया थाI
- हिमाचल प्रदेश 26 जनवरी, 1950 को संविधान लागू होने के बाद 'भाग C' राज्य (भाग VII के तहत) बन गया थाI
- राज्य पुनर्गठन आयोग की सिफारिश के बाद 1 नवंबर, 1956 को हिमाचल प्रदेश केंद्रशासित प्रदेश बनाI हिमाचल प्रदेश भारत का 18वां राज्य बनाI
- 18 दिसंबर, 1970 को संसद ने हिमाचल प्रदेश अधिनियम पारित किया और 25 जनवरी, 1971 को हिमाचल प्रदेश पूर्ण राज्य के रूप में अस्तित्व में आयाI
- हिमाचल प्रदेश की कुल जनसंख्या (2011 जनगणना) 68,64,602 व्यक्ति हैI
- हिमाचल प्रदेश का कुल भौगोलिक क्षेत्र (2011) के अनुसार 55,673 वर्ग कि.मी. हैI
2. विश्व चगास रोग दिवस (World Chagas Disease Day)
- हर साल 14 अप्रैल को दुनियाभर में विश्व चगास रोग दिवस (World Chagas Disease Day) के तौर पर मनाया जाता हैI
- यह दिवस WHO के आधिकारिक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य अभियानों में से एक हैI
- इस साल (2022) इस दिवस की थीम 'finding and reporting every case to defeat chagas disease' हैI
- इस दिवस का उद्देश्य इस बीमारी की रोकथाम, नियंत्रण और उन्मूलन के लिए जरूरी संसाधनों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाना हैI
चगास रोग (Chagas Disease) के बारे में : -
- इस रोग को American Trypanosomiasis भी कहा जाता हैI
- चगास रोग एक तरह का संक्रमण है, जो एक प्रोटोजोअन परजीवी 'ट्रायपैनोसोमा क्रूज़ी' (Trypanosoma cruzi) के कारण फैलता हैI
- यह एक जानलेवा बीमारी है, इसे आमतौर पर साइलेंट/साइलेंस्ड डिज़ीज़ भी कहा जाता हैI
- मनुष्यों में यह रोग संक्रमित ट्रायटोमाइन कीड़े के मल या मूत्र के संपर्क में आने से फैलता हैI
- ये कीट आमतौर पर ग्रामीण या उप-नगरीय क्षेत्रों में पाए जाते हैंI
- ये रात में सक्रिय होकर मनुष्यों को काटते हैं, जिससे 'टी. क्रूज़ी' से संक्रमित हो व्यक्ति चगास रोग का शिकार हो जाता हैI
- यह मुख्य रूप से 21 महाद्वीपीय लैटिन अमेरिकी देशों के स्थानिक क्षेत्रों में पाया जाने वाला रोग हैI
- हालाँकि, पिछले दशकों में इस बीमारी के वैश्विक प्रसार में बढ़ोतरी हुई है, आँकड़ों के मुताबिक़, दुनियाभर में क़रीब 6 से 7 मिलियन लोग 'टी. क्रूज़ी' से संक्रमित हैंI
विश्व चगास रोग दिवस के बारे में :-
- इस दिवस का नाम कार्लोस चगास (Carlos Chagas) के नाम पर रखा गया है, जिन्होंने 1909 में इस रोग के पहले व्यक्ति का मामला देखा थाI
- मई 2019 में 72वीं विश्व स्वास्थ्य सभा में चगास रोग दिवस मनाने को मंजूरी दी गई थीI
- पहला विश्व चगास रोग दिवस 2020 में मनाया गया थाI
3. कुष्ठ रोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय गांधी पुरस्कार 2021
- हाल ही में, नई दिल्ली में एक समारोह में कुष्ठ रोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय गांधी पुरस्कार (International Gandhi Award for Leprosy), 2021 दिए गए I
- उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने चंडीगढ़ के डॉ. भूषण कुमार सहित गुजरात के सहयोग कुष्ठ यज्ञ ट्रस्ट को इस पुरस्कार से सम्मानित कियाI
- इन्हें यह सम्मान कुष्ठ रोग के प्रति जागरूकता फैलाने और इससे पीड़ित लोगों की देखभाल करने के प्रयासों के लिए दिया गया हैI
- इस वार्षिक पुरस्कार की स्थापना गांधी मेमोरियल लेप्रोसी फाउंडेशन द्वारा की गई थीI
- गौरतलब है कि भारत, दुनिया के सबसे ज़्यादा कुष्ठ संबंधी मामलों वाले देशों में हैI
- 2020-2021 में वैश्विक स्तर पर पाए गए नए मामलों में भारत में 51% मामले दर्ज किये गएI
- राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम (NLEP) कुष्ठ रोग के पूर्ण उन्मूलन को सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य कर रहा हैI
कुष्ठ रोग (Leprosy) : -
- कुष्ठ रोग को हेन्सन रोग के रूप में भी जाना जाता हैI
- यह माइकोबैक्टीरियम लेप्रे बैक्टीरिया के कारण होने वाली एक पुरानी ग्रैनुलोमैटस बीमारी हैI
- यह मुख्य रूप से त्वचा, नसों, आंखों और श्वसन प्रणाली को प्रभावित करती है यह रोग पूरी तरह से इलाज योग्य हैI
- हालाँकि देर से इलाज किये जाने से इसमें जटिलताएँ बढ़ जाती हैंI
- इलाज न किये जाने पर यह रोग त्वचा, आँखों व अन्य अंगों आदि को स्थायी तौर पर क्षतिग्रस्त कर सकता हैI
4. मैल्कम अदिसेशिया पुरस्कार 2022
- भारतीय अर्थशास्त्री और राजनीतिक टिप्पणीकार प्रभात पटनायक को 2022 के मैल्कम अदिसेशिया पुरस्कार (Malcolm Adiseshiah Award) के लिए चुना गया हैI
- यह पुरस्कार प्रभात पटनायक को चेन्नई में आयोजित होने वाले एक सम्मान समारोह में दिया जाएगा, जिसकी तारीख की घोषणा कुछ समय बाद की जाएगीI
- डॉ. पटनायक ने नई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में सामाजिक विज्ञान स्कूल में आर्थिक अध्ययन और योजना केंद्र में कार्य किया है - वह केरल राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष थेI
- मैल्कम सथियानाथन अदिशियाह (1910 – 1994), एक भारतीय विकास अर्थशास्त्री और शिक्षक थे। 1976 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था।
पुरस्कार के बारे में :-
- यह पुरस्कार प्रतिवर्ष मैल्कम और एलिज़ाबेथ अदिसेशिया ट्रस्ट द्वारा दिया जाताI
- यह पुरस्कार ‘विकास अध्ययन में विशिष्ट योगदान’ के लिए एक उत्कृष्ट सामाजिक वैज्ञानिक को दिया जाता है।
- यह एक विशेष रूप से गठित राष्ट्रीय जूरी द्वारा प्राप्त नामांकन से चुने गए एक उत्कृष्ट सामाजिक वैज्ञानिक को प्रदान किया जाता हैI
- इस पुरस्कार में एक प्रशस्ति पत्र और 2 लाख रुपये की पुरस्कार राशि शामिल हैI
- 2001 में पहला मैल्कम अदिसेशिया पुरस्कार दिया गया था और 2001 में अभिजीत विनायक, USA इस पुरस्कार के प्राप्तकर्ता थेI
प्रभात पटनायक के बारे में :-
- प्रभात पटनायक एक भारतीय मार्क्सवादी अर्थशास्त्री और राजनीतिक टिप्पणीकार हैं।
- उन्होंने 1974 से 2010 में अपनी सेवानिवृत्ति तक नई दिल्ली में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में सामाजिक विज्ञान स्कूल में आर्थिक अध्ययन और योजना केंद्र में पढ़ाया।
- प्रभात पटनायक जून 2006 से मई 2011 तक केरल राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष थे।
- प्रभात पटनायक नव उदारवादी आर्थिक नीतियों और हिंदुत्व दोनों के कट्टर आलोचक हैं और उन्हें मार्क्सवादी-लेनिनवादी अनुनय के एक सामाजिक वैज्ञानिक के रूप में जाना जाता है।
- प्रभात पटनायक के अनुसार, भारत में आर्थिक विकास में वृद्धि के साथ-साथ पूर्ण गरीबी की मात्रा में वृद्धि हुई है। एकमात्र समाधान भारतीय राज्य के वर्ग अभिविन्यास को बदलना है।
5. पहली IMCG बैठक आयोजित
- हाल ही में विदेश सचिव द्वारा सचिव स्तर पर अंतर-मंत्रालयी समन्वय समूह (Inter-Ministerial Coordination Group) की पहली बैठक आयोजित की गईI
- इसमें गृह, वाणिज्य, वित्त, रक्षा, आर्थिक और रेलवे आदि मंत्रालयों के सचिवों एवं राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के प्रतिनिधियों के अलावा सीमा सुरक्षा बलों के प्रमुख भी शामिल हुएI
- IMCG को भारत की 'Neighbourhood First नीति' को दिशा देने के लिए एक उच्च स्तरीय तंत्र के रूप में स्थापित किया गया हैI
- इस बैठक में अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की गईI
- इसमें व्यापार, निवेश, संपर्क, सीमा-अवसंरचना, आप्रवास और सीमा सुरक्षा आदि क्षेत्रों में सहयोग देने पर चर्चा की गईI
- साथ ही, जरुरी वस्तुओं की आपूर्ति और मत्स्य पालन के मामले में देशों की विशेष जरूरतों के मुद्दे को भी शामिल किया गया इस बैठक से सरकारी संस्थागत समन्वय को मजबूत मिलेगीI
- यह बैठक अपने पड़ोसियों के साथ संबंधों के लिए भारत सरकार के दृष्टिकोण को व्यापक मार्गदर्शन प्रदान करेगीI
- गौरतलब है कि भारत सरकार की 'Neighbourhood First नीति' अधिक से अधिक कनेक्टिविटी, मजबूत इंटर-लिंकेज और लोगों के बीच जुड़ाव जैसे लाभ देने के लिए प्रतिबद्ध हैI
- अंतर-मंत्रालयी समन्वय समूह की बैठक में सीमावर्ती बुनियादी ढांचे का निर्माण पर विचार किया गया।
- इससे नेपाल जैसे पड़ोसियों के साथ अधिक व्यापार की सुविधा मिलेगी।
- भूटान और मॉलदीव जैसे देशों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, बांग्लादेश के साथ रेल संपर्क खोलने, अफगानिस्तान और म्यांमार को मानवीय सहायता तथा श्रीलंका के साथ मत्स्य पालन के बारे में विचार-विमर्श किया गया।
- अंतर-मंत्रालयी समन्वय समूह ने भारत के पड़ोसियों के साथ बेहतर संपर्क के लिए एक व्यापक दिशा प्रदान की है।
- इस बैठक ने पड़ोसी देशों के निवासियों के बीच आपसी सम्पर्क को बढ़ावा देने के लिए एक संपूर्ण सरकारी दृष्टिकोण प्रदान किया है।