करेंट अफेयर्स 28 अप्रैल 2022
करेंट अफेयर्स 28 अप्रैल 2022
1. उद्यमिता संस्कृति को बढ़ावा देने के “एंटरप्राइज इंडिया” का उद्घाटन
- केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के कार्यक्रम “एंटरप्राइज इंडिया” का उद्घाटन किया।
- यह आयोजन ‘जनभागीदारी’ पर केन्द्रित है
- एमएसएमई उद्योग संघों के साथ यह बातचीत निश्चित रूप से मौजूदा योजनाओं, नीतियों, कार्यक्रमों के साथ-साथ आने वाले समय के अनुरूप प्रासंगिक नई पहल को तैयार करने के लिए कुछ उपयोगी रास्ते सुझाएगी।
- केन्द्रीय मंत्री ने उद्यमिता को बढ़ावा देने में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों की महत्वपूर्ण भूमिका और देश को एक “विनिर्माण केंद्र” बनाने में उद्योग संघों के महत्व पर प्रकाश डाला।
- इस आयोजन का उद्देश्य उद्योग संघों और संबंधित विभिन्न मंत्रालयों/विभागों के बीच तालमेल बनाना है।
“एंटरप्राइज इंडिया” उद्देश्य
- “एंटरप्राइज इंडिया” उद्यमिता संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए एक पहल है।
- यह देश भर में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के बारे में जागरूकता पैदा करेगी।
- यह विभिन्न उद्यमिता विकास कार्यक्रमों और गतिविधियों की एक श्रृंखला है।
“एंटरप्राइज इंडिया” की प्रमुख गतिविधियां
- उद्योग संघों के साथ सम्मेलन।
- फील्ड कार्यालयों के माध्यम से उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करना।
- आकांक्षी जिलों में नुक्कड़ नाटकों का प्रदर्शन।
- उद्यम पंजीकरण से संबंधित विशेष अभियान।
- एमएसएमई सस्टेनेबल जेड सर्टिफिकेशन स्कीम का शुभारंभ।
- विभिन्न राज्यों में ‘एमएसएमई अभियान’ का आयोजन।
- एमएसएमई वृहद सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का आयोजन।
2. WHO ने कोरोना के इलाज के लिए 'पैक्सलोविड' दवा के इस्तेमाल की सिफारिश की
- हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना महामारी के इलाज के लिए 'पैक्सलोविड' (Paxlovid) नामक दवा के इस्तेमाल की सिफारिश की है।
- पैक्सलोविड अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइज़र द्वारा निर्मित एक एंटी-कोविड ओरल ड्रग है।
- कंपनी का दावा है कि इस दवा के सेवन से मरीज़ों के अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु की संभावना को काफी कम किया जा सकेगा।
- WHO के मुताबिक़, ऐसे लोगों के लिये यह दवा कारगर होगी, जो गंभीर बीमारी तथा अस्पताल में भर्ती होने का उच्च जोखिम रखते हैं।
- इनमें गैर-वैक्सीनेटिड, बुजुर्ग और कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले व्यक्ति आदि शामिल हैं।
- ग़ौरतलब है कि अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (USFDA) द्वारा पिछले साल दिसंबर में इसे इमरजेंसी यूज़ ऑथराइज़ेशन (EUA) दिया गया था।
- कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इस दवा को एक 'गेमचेंजर' के रूप में देखा जा रहा है।
भारत में पैक्सलोविड :-
- भारत में भी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने भी पैक्सलोविड के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है।
- इसके तहत कोविड-19 के खिलाफ इस दवा के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति होगी।
- भारत में हैदराबाद आधारित हेटेरो लैब्स (Hetero labs) इस दवा का जेनेरिक वर्जन बनाएगी।
'पैक्सलोविड' (Paxlovid) के बारे में :-
- OPaxlovid में nirmatrelvir टैबलेट और ritonavir टैबलेट होते हैं।
- गौरतलब है कि फाइज़र ने पिछले साल पैक्सलोविड के लिए वॉलंटरी लाइसेंस देने का ऐलान किया था, जो योग्य जेनेरिक दवा निर्माताओं को उप-लाइसेंस देकर दवा के उत्पादन और वितरण की सुविधा प्रदान करेगा।
- मेडिसिन पेटेंट पूल (MPP) के साथ फाइज़र के इस लाइसेंस समझौते का उद्देश्य भारत सहित 95 निम्न और मध्यम आय वाले देशों में दवाओं की आपूर्ति को सक्षम करना है।
- बता दें कि MPP संयुक्त राष्ट्र समर्थित सार्वजनिक स्वास्थ्य संगठन है।
3. 'किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी' अभियान का शुभारंभ
- कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 'किसान भागीदारी, प्राथमिकता हमारी' नामक अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
- यह अभियान 30 अप्रैल, 2022 तक मनाया जाएगा।
- इस अभियान का आयोजन विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के सहयोग से 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' के तहत किया जा रहा है।
- यह अभियान किसान समुदाय को मज़बूत करने के लिए समर्पित है।
- इसका मक़सद किसानों को सरकार की प्रमुख योजनाओं आदि से अवगत कराना है।
- किसानों द्वारा ज़मीनी स्तर पर हासिल उपलब्धियों और लाभों का आकलन करना।
- इस अभियान के ज़रिये छोटे किसानों और मज़दूरों को आर्थिक तंगी से मुक्त करने में भी मदद मिलेगी।
- इस मौके पर बागवानी, जैविक खेती, स्टार्टअप, एपीएमसी आदि जैसी विभिन्न गतिविधियों पर जागरूकता कार्यक्रम इत्यादि भी आयोजित किए जा रहे हैं।
- इसकी लॉन्चिंग के मौके पर किसानों, जन प्रतिनिधियों आदि ने देशभर के 731 कृषि विज्ञान केंद्रों (KVKs) और अन्य कृषि संस्थानों के माध्यम से भाग लिया।
- कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी (ATMA) के सहयोग से प्रत्येक KVK में कृषि मेलों का भी आयोजन किया जा रहा है।
- ग़ौरतलब है कि कृषि विकास में अग्रणी KVKs और ATMA विकसित प्रौद्योगिकियों की कृषक समुदाय तक पहुँच बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
- ‘किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी‘ अभियान विभिन्न आयोजन भी कर रहे हैं जिनमें जैव-फोर्टिफिकेशन, पोषक अनाज, बाजरा की खेती तथा फसल विविधीकरण पर आईसीएआर के संस्थानों के माध्यम से एक राष्ट्रव्यापी अभियान शामिल है।
- भूमि संसाधन विभाग का वाटरशेड प्रबंधन प्रभाग ‘‘समेकित वाटरशेड विकास, प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग, आजीविका तथा किसानों की आय को बढ़ाने की दिशा में इसका योगदान‘‘ विषय पर एक वेबिनार का आयोजन कर रहा है।
4. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने P5 देशों की वीटो शक्ति के प्रस्ताव को अपनाया
- हाल ही में, संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने P5 देशों (चीन, फ्रांस, रूस, यू.एस. और यू.के.) की वीटो शक्ति से संबंधित एक प्रस्ताव को अपनाया है।
- इस प्रस्ताव के तहत सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के पाँच स्थायी सदस्यों को वीटो पावर के उपयोग को सही ठहराने की आवश्यकता होगी।
- लेकिन भारत ने वीटो पावर के उपयोग के संबंध में संयुक्त राष्ट्र महासभा के इस प्रस्ताव पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
- साथ ही भारत ने इस प्रस्ताव की प्रभावशीलता पर भी संदेह जताया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) :-
- यह संयुक्त राष्ट्र के छह प्रमुख अंगों में से एक है।
- यह संयुक्त राष्ट्र का नीति-निर्माण अंग है।
- यह संयुक्त राष्ट्र के चार्टर द्वारा कवर किए गए अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर बहुपक्षीय चर्चा के लिए एक मंच प्रदान करता है।
- संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों में से प्रत्येक के पास एक समान वोट होता है।
यूएनएससी में क्या है पी5
- यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल, यूएनएससी, इसके पांच स्थायी सदस्यों को पी5 के नाम से जानते हैं।
- पी5 यानी कि परमानेंट5 और इस पी5 में अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और यूके का नाम शामिल है।
- पी5 देशों का प्रतिनिधित्व ऐसे देश करते हैं जिन्हें द्वितीय विश्व युद्ध के बाद काफी ताकतवर देश माना गया। हर स्थायी सदस्य के पास वीटो पावर होती है।
- इस ताकत की वजह से किसी भी तरह के बदलाव या फिर रिफॉर्म के लिए इन देशों की मंजूरी जरूरी होती है।
- इनकी मंजूरी के बिना किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं हो सकता है।
- यूएनएससी में अमेरिका को वर्ष 1946 में जगह मिल गई थी।
5. पोषण पखवाड़ा 2022
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा 21 मार्च, 2022 से 4 अप्रैल, 2022 तक पोषण पखवाड़ा 2022 का आयोजन किया गया।
- यह पोषण पखवाड़ा का चौथा संस्करण था।
- यह पखवाड़ा जल प्रशासन, संरक्षण और प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा देने पर केंद्रित रहा।
- इसके तहत देश भर में लगभग 3 करोड़ गतिविधियों का आयोजन किया गया।
- पोषण पखवाड़ा 2022 दो व्यापक विषयों पर केंद्रित था- स्वस्थ बच्चे की पहचान तथा स्वस्थ भारत के लिए आधुनिक और पारंपरिक प्रथाओं का एकीकरण।
इसके तहत निम्नलिखित पर फोकस किया गया
- 6 साल से कम उम्र के बच्चों की ऊँचाई और वज़न का मापन।
- विशेषकर जनजातीय क्षेत्रों में स्वस्थ माँ और बच्चे के लिए पारंपरिक भोजन को बढ़ावा देना।
- जल प्रबंधन में लैंगिक जागरूकता बढ़ाना।
- जल प्रशासन, संरक्षण एवं प्रबंधन के महत्त्व के प्रति महिलाओं में जागरूकता पैदा करना।
- वर्षा जल संचयन संरचनाओं को बढ़ावा देना।
पोषण अभियान :-
- इसे 8 मार्च, 2018 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉन्च किया गया था।
- इसका मक़सद, विभिन्न मंत्रालयों के सहयोग से समग्र रूप से पोषण संबंधी परिणामों में सुधार करना है।
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, पोषण पखवाड़ा के दौरान विभिन्न गतिविधियों के समन्वय हेतु नोडल मंत्रालय है।
- राज्यों व के.शा. प्रदेशों में, महिला एवं बाल विकास विभाग/समाज कल्याण विभाग ‘पोषण पखवाड़ा' के लिए नोडल विभाग हैं।
- पोषण अभियान टेक्नोलोजी की मदद से जन-जन के बेहतर आहार और व्यवहार में सकारात्मक बदलाव लायेगा।
- इस योजना में विभिन्न मंत्रालय एवं विभाग तालमेल बैठाते हुए अपना भरपूर सहयोग प्रदान करेंगे।
- इस अभियान को सफल बनाने के लिये पंचायत स्तर तक एक मजबूत साझेदारी की आवश्यकता है।
- इस दिशा में पंचायत प्रतिनिधि अपनी अहम भूमिका निभायें तथा कुपोषण को दूर करते हुए एक मज़बूत देश की नींव रखें।