करेंट अफेयर्स 9 अप्रैल 2022
करेंट अफेयर्स 9 अप्रैल 2022
विश्व होम्योपैथी दिवस (WHD)
- आयुष मंत्रालय की ओर से नई दिल्ली में दो दिवसीय वैज्ञानिक सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
- वैज्ञानिक सम्मेलन का आयोजन विश्व होम्योपैथी दिवस (WHD) के अवसर पर 9-10 अप्रैल, 2022 को किया जा रहा है। प्रतिवर्ष 10 अप्रैल को वर्ल्ड होम्योपैथी दिवस आयोजित किया जाता है।
- वैज्ञानिक सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय आयुष मंत्री सर्बानन्द सोनोवाल एवं आयुष राज्यमंत्री डॉ. महेन्द्रभाई मुंजपरा करेंगे।
- सम्मेलन की विषयवस्तु 'होम्योपैथी: आरोग्य के लिये जन-विकल्प' (Homoeopathy: People's Choice for Wellness) रखी गई है।
- यह सम्मेलन तीन प्रमुख संस्थाओं- केंद्रीय होम्योपैथी अनुसंधान परिषद, राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग और राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान द्वारा आयोजित किया जाएगा।
- विश्व होमियोपैथी दिवस होम्योपैथी के संस्थापक डॉ. क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुअल हैनेमन की जयंती पर मनाया जाता है। इस बार उनकी 267वीं जयंती है।
विश्व होम्योपैथी दिवस (WHD): -
- प्रतिवर्ष 10 अप्रैल को विश्वभर में विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है।
- यह दिवस, चिकित्सा की दुनिया में होम्योपैथी और इसके योगदान को सम्मानित करता है।
- इस दिन का उद्देश्य होम्योपैथी के प्रति जागरूकता फैलाना है।
- यह दिन होम्योपैथी के संस्थापक, जर्मन चिकित्सक डॉ. क्रिश्चियन फ्रेडरिक सैमुअल हानेमन (Dr Christian Friedrich Samuel Hahnemann) की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है।
होम्योपैथी के बारे में : -
- होम्योपैथी, चिकित्सा के वैकल्पिक विषयों में से एक है।
- इसमें दवाओं को पशुओं, पौधों, खनिजों के अवशेषों व अन्य प्राकृतिक पदार्थों से ख़ास विधि द्वारा तैयार किया जाता है।
- ये दवाएँ कम लागत वाली होती हैं तथा इनका आसानी से सेवन किया जा सकता है।
- इनका कोई प्रतिकूल प्रभाव (side effect) नहीं होता है।
भारत में होम्योपैथी : -
- होम्योपैथी भारत में लोकप्रिय चिकित्सा प्रणालियों में से एक है।
- भारत वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े होम्योपैथिक दवा निर्माताओं और व्यापारियों में से एक है।
- भारत में होम्योपैथी, आयुर्वेद की तरह ही लोकप्रिय है, और दोनों ही 'आयुष मंत्रालय' के अंतर्गत आते हैं।
- ग़ौरतलब है कि 'आयुष' (AYUSH) भारत सरकार के Ayurveda , Yoga , Naturopathy , Unani, Siddha and Sova Rigpa का संक्षिप्त रूप है।
- आयुष सेवाओं को, देश की स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदायगी प्रणाली में प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य सुरक्षा के सभी स्तरों पर शामिल किया गया है।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में पहली अश्वेत महिला न्यायाधीश नियुक्त
- हाल ही में, अमेरिकी सीनेट ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में केतांजी ब्राउन जैक्सन (Ketanji Brown Jackson) के नाम की पुष्टि कर दी। इससे पहले केतांजी ब्राउन जैक्सन पब्लिक डिफेंडर थीं।
- केतांजी ब्राउन जैक्सन को पहली अफ्रीकी अमेरिकी महिला के तौर पर अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्ति करने के लिए तीन रिपब्लिकन सीनेटरों ने डेमोक्रेट और निर्दलीयों का समर्थन किया है।
- जैक्सन अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट की पहली अश्वेत महिला जज होंगी, उनके नाम की पुष्टि के लिए सीनेट ने 53:47 के अनुपात में वोट दिये।
- जस्टिस जैक्सन को राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा नामित किया गया था राष्ट्रपति बाइडेन ने इस पुष्टि को देश के लिए एक 'ऐतिहासिक क्षण' बताया है।
- जैक्सन सुप्रीम कोर्ट की जज बनने वाली छठी महिला भी हैं, इससे पूर्व अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में अब तक केवल दो अश्वेत जज हुए हैं। थर्गुड मार्शल, जो 1991 में सेवानिवृत्त हुए थे तथा क्लेरेंस थॉमस जो अभी कार्यरत हैं।
- अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में नौ न्यायाधीश हैं, न्यायमूर्ति स्टीफन जी. ब्रेयर द्वारा जनवरी में अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा के बाद हुई रिक्ति को अब भरा गया है।
- जस्टिस ब्रेयर को 1994 में तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन द्वारा नामित किया गया था।
न्यायाधीश केतांजी ब्राउन जैक्सन के बारें में :-
- जज जैक्सन हार्वर्ड लॉ स्कूल और हार्वर्ड एसोसिएशन से स्नातक हैं।
- उन्होंने डिस्ट्रिक्ट ऑफ़ कोलंबिया (DC) सर्किट के लिए यूएस कोर्ट ऑफ़ अपील्स में जज के रूप में काम किया।
- 51 वर्षीया जैक्सन ने DC के लिए यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स में पुष्टि होने से पहले आठ साल तक फेडेरल ट्रायल कोर्ट जज के रूप में भी कार्य किया।
- जज बनने से पहले इन्होंने पब्लिक डिफेंडर के रूप में काम किया था।
अमर मित्रा ने जीता 2022 का ओ. हेनरी (O. Henry Award) पुरस्कार
- प्रसिद्ध लेखक और साहित्यकार अमर मित्रा ने 2022 का प्रतिष्ठित ओ. हेनरी (O. Henry Award) पुरस्कार जीता है।
- साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता अमर मित्रा को द बेस्ट शॉर्ट स्टोरीज़ 2022 का यह सम्मान ‘गाओंबूरो' (Gaonburo) के लिये दिया गया है।
- Gaonburo, एक शॉर्ट फिक्शन स्टोरी है।
- बांग्ला भाषा में लिखी यह कहानी ग्रामीण पृष्ठभूमि पर आधारित है।
- लेखक ने इस कहानी की रचना 1977 में की थी, जब वे केवल 26 वर्ष के थे।
- इस कहानी का अंग्रेज़ी अनुवाद वरिष्ठ पत्रकार अनीश गुप्ता द्वारा ‘The Old Man of Kusumpur' नाम से किया गया है।
- 2021 में यह अनुवाद प्रतिष्ठित अमेरिकी साहित्यिक पत्रिका 'द कॉमन' में प्रकाशित हुआ।
- गौरतलब है कि अमर मित्रा को साहित्य अकादमी पुरस्कार सहित कई अन्य प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाज़ा जा चुका है।
ओ हेनरी पुरस्कार के बारे में: -
- इसे 1919 में प्रख्यात लेखक ओ. हेनरी की स्मृति में स्थापित किया गया था।
- ओ. हेनरी का वास्तविक नाम 'विलियम सिडनी पॉर्टर' (William Sidney Porter) था - यह एक वार्षिक साहित्यिक पुरस्कार है।
- यह अमेरिका में लघु कथाओं के लिए सबसे पुराना एवं प्रमुख पुरस्कार है - शुरुआत में यह पुरस्कार केवल अंग्रेज़ी भाषा के लेखकों को ही दिया जाता था।
- लेकिन हाल ही में पुरस्कार के मानदंडों में संशोधन कर इसमें अनुवादित रचनाओं को भी शामिल करने का प्रावधान किया गया।
- इस वर्ष ऐसी 20 कहानियों को पुरस्कृत किया गया है, जिनमे में से एक Gaonburo है।
- अन्य पुरस्कृत अनुवादित कहानियों में ग्रीक, हिब्रू, पोलिश, रूसी, स्पेनिश आदि शामिल रहीं।
- गौरतलब है कि विलियम फॉकनर, शाऊल बेलो और एलिस मुनरो आदि ओ. हेनरी पुरस्कार के विजेताओं में शामिल हैं।
रूस को मानवाधिकार परिषद (UNHRC) से निलंबित किया गया
- संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने रूस को मानवाधिकार परिषद (UNHRC) से निलंबित कर दिया है।
- यह निलंबन यूक्रेन में रूस द्वारा किये जा रहे कथित अत्याचारों के मद्देनज़र वैश्विक प्रतिक्रिया के तौर पर सामने आया है।
- इसके साथ ही रूस इस अधिकार परिषद से सदस्यता अधिकार छीना जाने वाला दूसरा देश बन गया है।
- इससे पहले 2011 में, उत्तर अफ्रीकी देश लीबिया को सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था।
- रूस को निलंबित करने का प्रस्ताव संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से पेश किया गया था।
- 93 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, 24 इसके विपक्ष में रहे और 58 देशों ने भाग नहीं लिया।
- भारत भी संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस पर पारित इस प्रस्ताव से दूरी बनाए रखने वाले देशों में शामिल रहा।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के बारे में
- यह संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के भीतर एक अंतर-सरकारी निकाय है।
- इसे 15 मार्च, 2006 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा बनाया गया था।
- इस परिषद में 47 सदस्य देश होते हैं, जो महासभा के बहुमत द्वारा गुप्त मतदान के ज़रिये सीधे और व्यक्तिगत रूप से चुने जाते हैं।
- यह निकाय दुनियाभर में मानवाधिकारों के प्रचार और संरक्षण को मज़बूत करने के लिए ज़िम्मेदार है।
- यह मानवाधिकारों के उल्लंघन की स्थितियों को संबोधित कर इस संबंध में सिफारिशें करता है।
- गौरतलब है कि UNHRC ने मानवाधिकार पर पूर्व संयुक्त राष्ट्र आयोग (UN Commission on Human Rights) का स्थान लिया है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के सात साल पूरे
- 8 अप्रैल को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) ने सात साल पूरे कर लिये हैं।
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत से अब तक इसके तहत 34.42 करोड़ से ज़्यादा ऋण खाते खोले जा चुके हैं।
- प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की शुरुआत वित्तीय समावेश के लक्ष्य के साथ की गई थी। इसने ज़मीनी स्तर पर बड़े पैमाने पर रोज़गार के अवसर पैदा करने में मदद की है।
- यह विशेष रूप से छोटे व्यवसायों के लिए एक सक्षम वातावरण तैयार करने में मददगार साबित हुई है।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY):
- यह 8 अप्रैल, 2015 को प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया था।
- इसका मक़सद आय सृजन गतिविधियों के निर्माण के लिए गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु सूक्ष्म उद्यमों को ₹10 लाख तक की ऋण सुविधा प्रदान करना था।
- इन ऋणों को PMMY के तहत MUDRA ऋणों के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
- ये ऋण तीन श्रेणियों में प्रदान किये जाते हैं।
- शिशु: ₹50,000 तक।
- किशोर: ₹50,000 से अधिक और ₹5 लाख से कम।
- तरुण: ₹5 लाख से अधिक और ₹10 लाख तक।
- ये ऋण वाणिज्यिक बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (RRBs), लघु वित्त बैंकों, गैरबैंकिंग वित्तीय कंपनियाँ (NBFCs) और सूक्ष्म वित्त संस्थानों (MFIS) द्वारा दिए जाते हैं।
मुद्रा कार्ड
- मुद्रा लोन लेने वाले लाभार्थी को मुद्रा कार्ड प्रदान किया जाएगा। यह मुद्रा कार्ड लाभार्थी डेबिट कार्ड की तरह उपयोग कर सकता है।
- मुद्रा कार्ड के साथ एक पासवर्ड प्रदान किया जाता है जिससे गोपनीय रखना होता है और इस कार्ड का उपयोग अपने व्यापार से संबंधित जरूरत पूरी करने के लिए कर सकते हैं।