आओ जानें आरपीएससी के इतिहास को

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12-Mar-2022 12+

आओ जानें आरपीएससी के इतिहास को

आरपीएससी का गठन राजस्थान में होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं को पूरा  करवाने के लिए किया गया था। आरपीएससी का नाम तो सभी जानते हैं, परन्तु आरपीएससी के बहुत सारे अभ्यार्थी जो प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करते हैं उन्हें पूर्ण रूप से आरपीएससी की जानकारी नहीं होती है आज के ब्लॉग में हम आप को आरपीएससी किसे कहते है, आरपीएससी का पूरा नाम और हिंदी में क्या अर्थ क्या है, आरपीएससी की शुरुआत कैसे हुई और उससे जुड़ी तमाम चीजों के बारे में बताएंगे।

आरपीएससी के बारे में

आरपीएससी का पूरा नाम "राजस्थान लोक सेवा आयोग" (राजस्थान पब्लिक सर्विस कमीशन) है, आरपीएससी को हिंदी में राजस्थान लोक सेवा आयोगबोलते हैं आरपीएससी राजस्थान के विभिन्न सरकारी विभागों में कर्मचारियों और अधिकारियों की भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्य आयोग है। आरपीएससी राजस्थान में होने वाली विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा जैसे; सेकंड ग्रेड टीचर, आरएस, राजस्थान पटवार, ग्राम सेवक, SI भर्ती का आयोजन करती है एवं भर्ती के विभिन्न चरणों को पूर्ण करती है। इन परीक्षाओं के प्रवेश पत्र, प्रश्न पत्र, परीक्षा परिणाम, उत्तर कुंजी आदि सभी कार्य आरपीएससी द्वारा ही किए जाते हैं इन सबकी की जानकारी आरपीएससी की वेबसाईट से प्राप्त कर सकते है। RPSC के वर्तमान अध्यक्ष संजय श्रोत्रिय हैं

आरपीएससी का मुख्यालय जयपुर रोड, अजमेर में स्थित है। राजस्थान राज्य के गठन के समय कुल 22 प्रांतों में से मात्र 3 प्रांत जयपुर, जोधपुर एवं बीकानेर में ही लोक सेवा आयोग कार्यरत थे। रियासतों के विलय के बाद, उत्तराधिकारी प्रशासन ने राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर में 16 अगस्त 1949 को स्थापना की अधिसूचना जारी की। इस प्रकार यह प्रस्ताव 20 अगस्त 1949 को लागू हुआ। अतः स्पष्ट है कि राजस्थान लोक सेवा आयोग दिनांक 22 दिसम्बर, 1949 को अस्तित्व में आया था अर्थात् राजस्थान लोक सेवा आयोग की स्थापना दिनांक 22 दिसम्बर, 1949 को हुई थी। शुरू में इस आयोग की संरचना एक अध्यक्ष और 2 सदस्य थे, और सर एस.के.गोश को पहली बार इसके अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद देवीशंकर तिवारी और एन.आर.चंदोरकर को नियुक्त किया गया और एस.सी. त्रिपाठी को पूर्व सदस्य संघीय पीएससी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।

लोक सेवा आयोगों के द्वारा संपादित किये जाने वाले महत्वपूर्ण कार्यों एवं उनकी निष्पक्ष कार्य प्रणाली के कारण भारतीय संविधान में इनका महत्वपूर्ण स्थान है अनुच्छेद संख्या 16, 234, 315 से 323 तक विशेष रूप से लोक सेवा आयोगों के कार्य एवं अधिकार क्षेत्र के संबंध में है राजस्थान लोक सेवा आयोग की कार्य प्रणाली राजस्थान लोक सेवा आयोग नियम एवं विनियम, 1963 तथा राजस्थान लोक सेवा आयोग (विनियम एवं प्रक्रिया का सत्यापन अध्यादेश, 1975 और अधिनियम 1976) के द्वारा तय की जाती हैं।

 

आरपीएससी क्या है?

आरपीएससी राजस्थान की एक संस्था है, और इससे ही राजस्थान मे सभी A और B ग्रुप की परीक्षाए पूर्ण करवायी जाती हैं आरपीएससी की मदद से ही राजस्थान मे कई सारी परीक्षाओ के निर्णय किए जाते हैं राजस्थान लोक सेवा आयोग राजस्थान सरकार द्वारा राजस्थान सरकार में राजपत्रित पदों के लिए योग्य उम्मीदवारों की भर्ती के लिए आयोजित की जाने वाली प्रमुख संस्था में से एक हैं राजस्थान प्रशासनिक सेवा के 20 विभागों में लगभग 421 रिक्तियां अधिसूचित की गई हैं।

RPSC RAS परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार / व्यक्तित्व परीक्षण, प्रारंभिक परीक्षा एक स्क्रीनिंग परीक्षा है, जिसमें 200 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रकार के बहुविकल्पीय प्रश्न शामिल होते हैं। मुख्य रूप से स्क्रीनिंग टेस्ट का मतलब है कि प्रारंभिक परीक्षा में उम्मीदवारों द्वारा प्राप्त अंकों को अंतिम आरपीएससी आरएस परीक्षा मेरिट सूची की तैयारी के समय नहीं माना जाता हैं। प्रारंभिक परीक्षा आरपीएससी आरएस परीक्षा का पहला फिल्टर हैं। आरएस प्री परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों का लेवल स्नातक स्तर का हैं।

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