राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस - 2022
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस - 2022
भारत जैसे विशाल देश में सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है। हमारे देश की विशाल सेनाएं हमारे देश की सीमाओं की सुरक्षा करती हैं ताकि बाहर से कोई भी दुश्मन भारत में घुसपैठ ना करे। हम सभी यह चाहते हैं कि हम और हमारा परिवार सुरक्षित रहें। हमारी सेनाएं एवं पुलिस बल हमारी रक्षा का कार्य करती हैं। लेकिन भारत के प्रत्येक नागरिक को हर समय सुरक्षा देना भी पुलिस और सेना के द्वारा संभव नहीं है।
ऐसे में भारत में लोगों को आत्म रक्षा और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के लिए हर वर्ष 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। हमारा देश अपनी और अपने नागरिकों की सुरक्षा के महत्व को बहुत अच्छी तरह समझता है, चाहे सुरक्षा किसी दुर्घटना के प्रति हो, स्वास्थ्य के प्रति हो, पर्यावरण के प्रति हो या अन्य किसी प्रकार की सुरक्षा हो। सुरक्षा अभियान के रूप में 4 मार्च 2022 से लेकर 10 मार्च 2022 तक राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जाएगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का उद्देश्य
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस की शुरूआत 4 मार्च 1966 को हुई थी। लेकिन सुरक्षा के प्रति गंभीरता को देखते हुए अब 4 मार्च से राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाया जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह मनाने का उद्देश्य जीवन में सतर्कता नहीं बरतने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना होता है। इसे मनाने का श्रेय मुख्य रूप से हमारी सुरक्षा एजेंसियों एवं उन सैनिकों को जाता है, जो देश की सीमाओं के साथ-साथ देश के भीतर होने वाली आपदाओं एवं आतंकवाद के विरूद्ध अपनी जान की बाजी लगाने से नहीं चूकते। इसलिए राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की सफलता तभी निहित है, जब हम देश के सभी प्रहरियों का तहे दिल से अभिवादन करें।
क्या है राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का इतिहास?
नेशनल सेफ्टी काउंसिल ने दिल्ली में औद्योगिक सुरक्षा पर पहला सम्मेलन 1965 में 11 से 13 दिसंबर के बीच आयोजित की थी। तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन भी वहां उपस्थित थे। इसी बैठक में राष्ट्रीय और राज्य स्तरों पर सुरक्षा परिषदों की जरूरतों पर चर्चा की गई थी। फरवरी 1966 में मुंबई सोसायटी अधिनियम के तहत इस संगठन की स्थापना की गई थी जिसमें आठ हजार सदस्यों को शामिल किया गया था। स्थायी श्रम समिति के 24वें सत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव को स्वीकार किया गया था।
नेशनल सेफ्टी काउंसिल ने राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस (National Safety Day) को अस्तित्व में लाने की सबसे पहल की थी। 4 मार्च 1972 को भारत में नेशनल सेफ्टी काउंसिल की स्थापना की गई थी। इसी दिन को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के तौर पर मनाया जाता है।
कैसे मनाते हैं राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह
राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह के दौरान देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों जैसे कि वाद-विवाद प्रतियोगिताएं, सेमिनार, सुरक्षा से जुड़े पोस्टर्स, स्लोगन, निबंध प्रतियोगिता, बैनर प्रतियोगिता, लघु नाटक, गीत-संगीत तथा खेल प्रतियोगिता, विभिन्न कार्यशालाए और प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के मुद्दों पर जागरूक किया जाता है, और अंत में विजेताओं को पुरस्कृत किया जाता है। इसके साथ-साथ विभिन्न औद्योगिक कर्मचारियों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है ताकि वे अपनी ज़िम्मेदारी को अच्छी तरह समझें। इस प्रशिक्षण कार्यक्रमों में उन्हे विभिन्न मशीनों, रसायनिक और विद्युत जोखिमों से निपटने और विभिन्न सुरक्षा उपकरणों मसलन अग्निशामक, प्राथमिक चिकित्सा आदि का अभ्यास कराया जाता है। इस प्रकार इन कार्यक्रमों का संपूर्ण उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देना होता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह - 2022 की थीम
भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह हर वर्ष एक खास थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस/सप्ताह 2022 की थीम है “सुरक्षा संस्कृति के विकास हेतु युवाओं को प्रोत्साहित करें” (NURTURE YOUNG MINDS DEVELOP SAFETY CULTURE).
पिछली साल राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह 2021 की थीम ‘आपदा से सीखें और सुरक्षित भविष्य की तैयारी करें‘ (LEARN FROM DISASTER AND PREPARE FOR A SAFER FUTURE) थी।
पिछले कुछ वर्षों की राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की थीम इस प्रकार थी-
2020: उन्नत प्रौद्योगिकी के उपयोग द्वारा स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रदर्शन को बढ़ाएं
2019: राष्ट्र निर्माण के लिए एक सुरक्षा संस्कृति को बनाए रखना और उसका पालन करना
2018: सुरक्षा हमारी प्राथमिकता नहीं है, यह हमारा मूल्य है
2017: एक दूसरे को सुरक्षित रखें
2016: ज़ीरो नुकसान प्राप्त करने के लिए सशक्त सुरक्षा आंदोलन
2015: चिरस्थायी आपूर्ति चेन के लिये एक सुरक्षा संस्कृति का निर्माण करें
प्रतियोगी परीक्षाओं में भी राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस/सप्ताह से जुड़े कई प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। राजस्थान में आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे - हाई कोर्ट LDC भर्ती और कंप्यूटर अनुदेशक भर्ती परीक्षा में भी राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस/सप्ताह से जुड़े प्रश्न पूछे जा सकते हैं।